ग्रामीणों को होती है परेशानी:एक ऐसा गांव जहां आज भी नहीं मिलता है मोबाइल नेटवर्क, फोन करने के लिए जाना पड़ता है 3 किलोमीटर दूर*

 *ग्रामीणों को होती है परेशानी:एक ऐसा गांव जहां आज भी नहीं मिलता है मोबाइल नेटवर्क, फोन करने के लिए जाना पड़ता है 3 किलोमीटर दूर*



कोरबा कोरबा मुख्यालय से दूर 90 किलोमीटर एक ऐसा गांव जहां आज भी नहीं मिलता है मोबाइल नेटवर्क, फोन करने के लिए जाना पड़ता है 3 किलोमीटर दूर  ग्राम पंचायत तुमान के मोहल्ला मेंनगड़ी कॉल करने के लिए नेटवर्क की तलाश में परेशानl 



आधुनिक युग में जिले के कई ऐसे गांव है, जहां मोबाइल नेटवर्क आज भी काम नहीं करता है। वैसे गांव के ग्रामीणों को मोबाइल से बात करने के लिए तीन किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। यह मामला  जिला मुख्यालय कोरबा से 90 किलोमीटर दूर मेंनगड़ी क्षेत्र तुमान पंचायत के गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं रहने के कारण गांव वालो के लिए मोबाइल नेटवर्क चुनौती बनी हुई है। इस आधुनिक युग में गांव-गांव में मोबाइल नेटवर्क पहुंचाने का दावा अलग-अलग कम्पनी करती है। उनका दावा इस गांव में खोखली नजर आ रही है।


इस गांव में नेटवर्क नहीं रहने के कारण मनरेगा में काम कर रहे मजदूरों का ऑनलाइन नहीं होने के कारण स्वास्थ्य खराब हो जाने पर मजदूरों को टाइम पर पैसा भी नहीं मिल पा रहा है कई कारण है जो मोबाइल के बिना काम नहीं हो पता । पहाड़ी इलाका होने के कारण दूर-दूर तक मोबाइल टावर नजर नहीं आता है। गांव के ग्रामीणों को अगर किसी रिश्तेदार या बाहर पढ़ रहे बच्चों से दिन में बात करनी होती है तो वह गांव से तीन किलोमीटर दूर जाते है, तब उनकी बात होती है। वही ग्रामीणों  जरूरी काम पड़ गया तो पहाड़ के नीचे रावा आना पड़ता है I





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